स्वतंत्रता के पश्चात
सन् 1947 में भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता मिलने के पश्चात कानपुर नवगठित राज्य उत्तर प्रदेश का हिस्सा बन गया। इन वर्षों के दौरान उद्योगों म...
सन् 1947 में भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता मिलने के पश्चात कानपुर नवगठित राज्य उत्तर प्रदेश का हिस्सा बन गया। इन वर्षों के दौरान उद्योगों में विविधता के कारण शहर का विकास निरंतर गति से जारी रहा। हालांकि, प्रदूषण एवं शहरीकरण जैसी चुनौतियां विकास की राह में बाधा बन रही थी लेकिन इन मुद्दों के समाधान एवं सतत विकास को बढ़ावा देने के प्रयास भी क्रियान्वित थे।
वर्तमान में कानपुर, भारत का 12वा सबसे अधिक आबादी वाला शहर तथा एक महत्वपूर्ण औद्योगिक एवं वाणिज्य केंद्र है। यह अपनी कपड़ा मिल, चमड़ा उद्योग, रासायनिक कारखानों एवं शैक्षणिक संस्थानों के लिए जाना जाता है। शहर में ऐतिहासिक स्थलों, आधुनिक बुनियादी ढांचे एवं सांस्कृतिक विरासत का सम्मिश्रण देखने को मिलता है जो इसे घूमने एवं इसके बारे में समझ विकसित करने के लिए एक दिलचस्प स्थल के रुप में पहचान दिलाता है।
यह अपनी औपनिवेशिक वास्तु कला, उद्यानों, पार्कों, चमड़े, प्लास्टिक एवं कपड़ा उत्पादों की असाधारण गुणवत्ता की प्रसिद्धि के कारण स्वनिर्मित उत्पादों को पश्चिमी देशों में निर्यात करता है।
अपनी सांस्कृतिक विरासत, आकर्षक बाजार, जीवंत रात्रिजीवन, चित्रमय पार्क, उद्यानों, स्वादिष्ट व्यंजनों एवं अन्य आकर्षणों की श्रंखला के लिए पहचाने जाने वाला कानपुर शहर देखने के लिए असंख्य विकल्प प्रदान करता है।