अपनी अकादमिक उत्कृष्टता एवं अनुसंधानिक योगदान के लिए विख्यात भा.प्रौ.सं. कानपुर भारत के प्रमुख अभियांत्रिकी संस्थानों में से एक है। संस्थान अभियांत्रिकी, विज्ञान एवं प्रबंधन के विभिन्न विषयों में स्नातक, स्नातकोत्तर एवं डॉक्टरेट कार्यक्रम प्रदान करता है। भा.प्रौ.सं. कानपुर सम्पूर्ण देश के प्रतिभाशाली छात्रों के आकर्षण का केंद्र होने के कारण अत्यधिक प्रतिस्पर्धी है।
बी.टेक, बी.टेक - एम.टेक (दोहरी डिग्री) एवं एकीकृत एम.एससी कार्यक्रम
इन कार्यक्रमों में प्रवेश अप्रैल-मई में अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा के माध्यम से वर्ष के जुलाई माह में दिया जाता है। जेईई में उपस्थित होने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10+2 की परीक्षा में उत्तीर्ण होना अथवा इसके समकक्ष होना है। 1 अक्टूबर को प्रवेश के बाद किसी भी अभ्यार्थी की आयु 25 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। प्रवेश की सुनिश्चितता जेईई में उसकी अखिल भारतीय रैंक के आधार पर निर्भर होती है। प्रवेश के लिए आवेदन पत्र संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) के अध्यक्ष को भेजने की आवश्यकता होती है। इस संबंध में विस्तृत प्रक्रिया जानने के लिए प्रवेश वर्ष के दिसंबर अंत से पहले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर के जेईई चेयरमैन को लिखें।
एम.एससी (2 वर्षीय) एवं एम.एससी - पीएचडी (दोहरी डिग्री) कार्यक्रम
इस कार्यक्रम में प्रवेश, वर्ष में एक बार आयोजित अखिल भारतीय स्तर की परीक्षा के माध्यम से किया जाता है जिसे 'एम.एससी संयुक्त प्रवेश परीक्षा' के रूप में जाना जाता है। इसमें अंतर्निहित उद्देश्य भा.प्रौ.सं. में प्रस्तुत किए जाने वाले विभिन्न पोस्ट बी.एससी कार्यक्रमों में प्रवेश हेतु एकीकृत राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा आयोजित करता है जिसके माध्यम से भा.प्रौ.सं में एम.एससी कार्यक्रमों के लिए प्रवेश प्रक्रियाओं में सामंजस्य स्थापित किया जा सके एवं इस आधार पर प्रवेश पाने वाले छात्रों में गुणात्मक अंतर सुनिश्चित किया जा सके।
एमबीए कार्यक्रम
भा.प्रौ.सं. कानपुर का एमबीए कार्यक्रम प्रासंगिक एवं प्रभावी व्यवसाय प्रबंधन शिक्षा प्रदान करने में नए मानक स्थापित करते हुए निरंतर प्रगति कर रहा है। भा.प्रौ.सं. कानपुर में औद्योगिक एवं प्रबंधन अभियांत्रिकी विभाग (डी.आई.एम.ई) में एक अत्यधिक प्रतिभाशाली एवं ऊर्जावान संकाय टीम छात्रों, उद्योग एवं समाज के साथ उपयोगी वार्तालाप के माध्यम से इन प्रयासों को और सशक्त करती है। एमबीए की ताकत इसकी रेटिंग, रैंकिंग, प्लेसमेंट रिकॉर्ड, उद्योग एवं कार्यशील समुदाय में उल्लेखनीय योगदान को दर्शाती है।
एमबीए में प्रवेश वार्षिक आधार पर होता है एवं उम्मीदवार को प्रत्येक वर्ष दिसंबर में आयोजित होने वाली कैट परीक्षा देनी होती है। प्रवेश के लिए विज्ञापन आमतौर पर कैट परिणाम की घोषणा के अगले दिन जारी कर दिया जाता है। विस्तृत प्रवेश प्रक्रिया एवं अधिसूचना हेतु डीआईएमई, भा.प्रौ.सं. कानपुर की वेबसाइट (https://www.iitk.ac.in/ime/) पर जाएं।
एम.डेस कार्यक्रम
अभिकल्प से संबंधित व्यवसाय की नई चुनौतियों से निपटने के लिए व्यापक एवं औपचारिक प्रशिक्षण वर्तमान समय की आवश्यकता बन चुका है। राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय उद्योगों के लिए अभिकल्प के क्षेत्र में विशेष रूप से प्रशिक्षित स्नातकों की मांग निरंतर बढ़ रही है।
भा.प्रौ.सं. कानपुर में अभिकल्प का स्नातकोत्तर कार्यक्रम इसी आवश्यकता को पूर्ण करने की दृष्टि से प्रस्तुत किया गया है जिसमें सी.ई.ई.डी परीक्षा के माध्यम से वर्ष में एक बार प्रवेश दिया जाता है।
डी.आई.आई.टी कार्यक्रम
केवल मान्यता प्राप्त उद्योगों द्वारा प्रायोजित उम्मीदवार ही दो सेमेस्टर के इस कार्यक्रम के लिए पात्र हैं। आवेदक के पास अभियांत्रिकी में स्नातक डिग्री अथवा विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री होना आवश्यक है।
एम.टेक कार्यक्रम
सामान्यत: एम.टेक में प्रवेश वर्ष में दो बार क्रमश: जुलाई एवं दिसंबर में दिए जाते हैं जिसके लिए विज्ञापन मार्च/अप्रैल एवं सितंबर में जारी कर दिए जाते हैं। एम.टेक में प्रवेश की पात्रता के लिए बीटेक/बी.ई या एमएससी में उत्तीर्ण होने के साथ ही वैध गेट अंक होने भी आवश्यक हैं।
एम.टेक कार्यक्रम में उद्योगों द्वारा प्रायोजित उम्मीदवारों के साथ-साथ अनुसंधानिक संगठनों एवं अनुत्तीर्ण गेट छात्रों को भी प्रवेश की अनुमति है। इसके संबंध में प्रवेश फॉर्म भा.प्रौ.सं कानपुर के सहायक कुलसचिव (अकादमिक) को निर्धारित शुल्क के साथ विज्ञापन में अंकित पते पर चिट्ठी भेजकर प्राप्त किया जा सकता है। इस पाठ्यक्रम की अवधि सामान्य तौर पर चार सेमेस्टर की होती है।
पीएचडी कार्यक्रम
पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश वर्ष के दोनों सेमेस्टर जुलाई एवं दिसंबर में आमंत्रित किए जाते हैं। इससे संबंधित विज्ञापन प्रत्येक वर्ष मार्च/अप्रैल एवं सितंबर तक जारी कर दिया जाता है। पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश हेतु योग्यता क्रमशः अभियांत्रिकी, विज्ञान, मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान अथवा संबद्ध क्षेत्र में स्नातकोत्तर डिग्री है जबकि अभियांत्रिकी में स्नातक डिग्री धारक आवेदकों को भी उनके प्रदर्शन एवं उपलब्धियों के आधार पर प्रवेश देने पर विचार किया जा सकता है।
पूर्व निर्धारित बुनियादी शैक्षणिक योग्यताओं के अलावा विज्ञान, मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान में पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश हेतु गेट/यूजीसी/सीएसआईआर परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक है। साक्षात्कार के आधार पर उम्मीदवार की पसंद के क्षेत्र में उसकी योग्यता, दक्षता एवं क्षमता का आकलन करने के पश्चात उम्मीदवार के चुनाव पर अंतिम फैसला किया जाता है। उद्योगों के साथ-साथ अनुसंधानिक संगठनों से प्रायोजित उम्मीदवारों के लिए भी पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश उपलब्ध है।
आवश्यक प्रयोगशाला, पुस्तकालय एवं कंप्यूटेशनल सुविधाओं से लैस अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठानों के कर्मियों को बाहरी पंजीकरण के लिए पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश को भी प्रोत्साहित किया जाता है। बाहरी पंजीकरण की अनुमति केवल उसी स्थिति में दी जाती है जब संबंधित विभाग इस बात से संतुष्ट हो कि उम्मीदवार का प्रायोजक संगठन से सह पर्यवेक्षक की उपलब्धता सहित अनुसंधान के लिए आवश्यक सुविधाओं से लैस है।
अंशकालिक स्नातकोत्तर कार्यक्रम
संस्थान पेशेवर रूप से कार्यरत कर्मियों जैसे कि कार्यरत अभियंता, वैज्ञानिकों एवं शिक्षकों के लिए एम.टेक और पीएचडी डिग्री के लिए अंशकालिक स्नातकोत्तर कार्यक्रम भी उपलब्ध कराता है जो नियमित रूप से कक्षाओं/पाठ्यक्रमों में भाग ले सकते हैं।